।।रोज़ा का बयान।।
रोज़ा मुसलमानों का एक बदनी इबादत है। अल्लाह ताला हर बालीग़ अकलमंद मुसलमान पर रोज़ा फ़र्ज़ किया है। लगातार 30 रोज़े रखते हैं रमज़ान के महीने में।
ज़कात देने का फ़ायदा ।।
इस्लाम धर्म की बुन्यादी चीजों में से ज़कात भी बुनियादी चीज़ है। अल्लाह ताला कुरआन में फ़रमाता है कामयाबी पाते हैं वह लोग जो जकात अदा करते हैं, और आगे अल्लाह फ़रमाता है तुम ख़र्च करोगे अल्लाह ताला उसकी जगह और देगा। और अल्लाह बेहतर रोज़ी देने वाला है। और जो लोग बुख़्ल (बाख़ीली) करता है
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इस्लाम।