अल्लाह ताला पहले क्या चीज़ पैदा फ़रमाया, और दुनियाँ किस चीज़ से बनी है ?
पहली रिवायत। : हज़रते जाबिर बिन अब्दुल्लाह रदी अल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं, कि मैं एक रोज़ नबी की बारगाह में अर्ज़ की मेरे मांँ-बाप आप पर कु़र्बान ! आप मुझे ख़बर दीजिए कि अल्लाह ताला ने सब चीज़ों में सबसे पहले क्या चीज़ पैदा फ़रमाया ? नबी करीम नेे फ़रमाया ऐ जाबिर ! अल्लाह ताला ने सब चीजों से पहले तेरी नबी के नूर को अपने नूर से पैदा फ़रमाया। फिर उस नूर को अल्लाह ताला ने जहांँ चाहा वहांँ पर रखा, उस समय ना ही क़लम, लोह़, जन्नत, जहन्नम, फरिश्ता, आसमान, ज़मीन, सूरज, 🌒 चांँद, जिन्नात, इंसान था। फिर जब अल्लाह ताला ने दुनियां में मख़लूक़ (दुनियां मेंं जो कुछ भी मौजूद है इंसान,फरिश्ता, जिन्नात इत्यादि) पैदा करना चाहा। तो तेरे नबी केेेे नूर को चार हिस्सों में बाटा, एक हिस्सा से क़लम पैैदा किय, दूसरा हिस्सा लोह़ बनाया, तीसरे हिस्सा से अ़र्श बनाया। यह ह़़दीस को आगे तफ़सील के साथ बयान कियाा जाएग।
नोट : प्यारे दोस्तों ! इस ह़दीस से पता चला कि अल्लाह ताला ने सबसे पहले मेरे नबी करीम ﷺ के नूर को पैदा फ़रमाया। यानी मेरे नबी करीम ﷺ को पैदा किया।
नबी ﷺ नबूवत कब मिली ?
मोहम्मद ﷺ पहले क्या थे ?
हज़रते अली इब्न हुसैन (यानी जै़नुल आबिदीन) से रिवायत है, वह अपने पाब हज़रते इमामे हुसैन और वह उनके दादा हजरत अली रदीअल्लाहु अन्हु से नकल करते हैं, नबी करीम ﷺ ने फ़रमाया। कि आदम के पैदा होने से 14,000 साल पहले परवरदिगार की बारगाह में मैैं एक नूर था।
आदम अलेही सलाम का जन्म।
तर्जुमा : "और जिस वक्त तेरी रब ने फरिश्तों फ़रमाया कि बेशक मैं जमीन में एक अपना खलीफा[अपना नाइब] बनाने वाला हूंँ। तो फरिश्तों ने रब की बारगाह में अर्ज़ किया कि(या रब) तू ऐसे को अपना ख़लीफा बनाएगा जो ज़मीन में फसाद फैलाएगा और खून खराबा करेगा। हालांकि हम तेरी ह़म्द के साथ तेरी खूबि और पाकिज़गी बयान करते हैं। अल्लाह ताला ने फ़रमाया कि जो मैं जानता हूँ(इस मसलीहत) वह तुम नहीं जानता।"
और अल्लाह ताला ने हज़रते आदम को दुनियां के तमाम चीज़ों के नाम सिखा दिया। फिर दुनियां के उन तमाम चीज़ों को फरिश्तों के सामने लाया गया और अल्लाह ताला ने फ़रमाया। इन सबके नाम बताओ अगर तुम सच्चे हो। फरिश्तों ने अर्ज़ किया (या अल्लाह) तू पाक है, हमें इन चीज़ों के नाम मालूम नहीं हैं मगर जितना तू ने हमें सिखा दिया, बेशक तू ही बड़े इ़लम वाला और बड़ी ह़िक्मत वाला है।
फिर अल्लाह ताला ने हज़रते आदम से फ़रमाया कि ए आदम तुम इन सब चीज़ों के नाम बताओ। और जब आदम ने इन चीज़ों के नाम फरिश्तों को बता दिए। तो अल्लाह ताला ने फरिश्तों से कहा क्या मैंने तुम्हें कहा नहीं था, कि तहक़ीक मैं आसमानों और जमीनों के ग़ैब जानता हूंँ जो तुम ज़ाहिर करते हो और जो छुपाते हो।
इब्लीस शैतान का सजदे से इनकार करना।
जब अल्लाह ताला ने सब फरिश्तों से फ़रमाया कि आदम को सजदा करो तो सब फरिश्तों ने सजदा किया मगर इब्लीस ने इनकार किया। और अपने आप को बड़ा समुझा था वह काफिरों में से। अल्लाह फ़रमाता है कि हमने आदम से कह दिया कि तुम और तुम्हारी बीवी जन्नत में रहो और जहांँ से चाहो जन्नत के रिज़्क़ से खाओ पियो।
और उस दरख़्त के पास मत जाना ! अगर तुम उसके क़रीब गए (यानी उससे खा लिया) तो ज़ालिमों में से हो जाओगे। बस शैतान ने उन दोनों को बहका दिया दोनों को जन्नत से बाहर निकलवा कर छोड़ा। फिर अल्लाह ने उन दोनों को हुक्म दिया, कि तुम दोनों जन्नत से निकल जाओ, तुम दोनों एक दूसरे के दुश्मन हो, और तुमको ज़मीन में एक मुकर्रर वक्त तक रहना है और फ़ायदा उठाना है।